भारत सरकार, ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा चलाए जा रहे जेंडर समानता हेतु राष्ट्रीय अभियान जेंडर कैंपने "" नई चेतना 4.0 के तहत छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा आयोजित संगवारी जेंडर केंद्र का उद्घाटन जिला सीईओ वाशु जैन के कर कमलों से किया गया, जेंडर समानता को लेकर हमारी वर्तमान सरकार कई विभागों द्वारा कई योजनाएं संचालित कर रहे हैं जिसका मुख्य उद्देश्य महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है भारत शुरू से पुरुष प्रधान देश रहा है इसी वजह से आज पूरे विश्व में भारत जेंडर समानता पर 129 नंबर पर है आज इस तरह के रिसोर्स सेंटर बना कर लोगों में नई चेतना जगाए तो अभी भी समानता लाने में 131 साल लगेंगे । इसी गैप को दूर करने के लिए भारत सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है कि हमारे गांव , प्रदेश और देश में जेंडर समानता जल्द ही आए इसके लिए महिला एवं बाल विकास विभाग भी योजनाओं का संचालन करते आ रहा है, कार्यक्रम में मुख्य रूप से जेंडर असमानता से होने वाले दुष्प्रभाव जिससे घरेलू हिंसा मुख्य कारण है इसे कैसे कम करे इस बात को लेकर महिला एवं बाल विकास विभाग के जेंडर विशेषज्ञ एवं पूरी टीम के द्वारा अपने अनुभव को साझा करते हुए विस्तार से जेंडर समानता के बारे में बताया गया, साथ उपस्थित अतिथियों द्वारा भी समाज में जेंडर जैसे जटिल शब्दों विचारों को गंभीरता पूर्वक रखा गया इसी कड़ी में जिला सीईओ वाशु जैन के द्वारा बताया गया कि हम इस जेंडर असमानता को कैसे दूर या कम कर सकते हैं इसके लिए शासन प्रशासन पूरी तरह से तैयार है किंतु फिर भी इस तरह की कोई समस्या या शिकायत आती है तो उसके निपटारे के लिए जेंडर रिसोर्स सेंटर का उद्घाटन किया गया जहां जेंडर से होने वाले किसी भी प्रकार छोटी सी छोटी समस्या का निराकरण परामर्श के माध्यम से किया जाना है जहां एक पूरी टीम होंगी जिसके सदस्य के रूप में जनपद पंचायत सीईओ , पुलिस अधिकारी , महिला एवं बाल विकास के अधिकारी ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधि जेंडर विशेषज्ञ जो जेंडर पर शिकायत का निपटारा करेंगे । इस उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिला सीईओ वाशु जैन, विशिष्ट अतिथि बंशीधर खांडे उपाध्यक्ष जनपद पंचायत सक्ती, सभापति टंकेश्वर पटेल , महंत जी , के विभागीय अधिकारी डीएमएम राजीव , बीपीएम ज्ञानेंद्र वहीं महिला एवं बाल विकास विभाग से पर्यवेक्षक भावना नेताम , जेंडर विशेषज्ञ सतीश नेताम,सुशीला जोशी, वित्तीय साक्षरता एवं समन्वय विशेषज्ञ शशि गभेल साथ ही महिला समूह के जेंडर सखी पोषण सखी, पशु सखी और अन्य महिला समूह के सदस्य काफी संख्या में मौजूद रहें ।


0 टिप्पणियाँ