सक्ति नगर के नंदेली बांटा चौक स्थित बी.सी.एस. अस्पताल के संचालक डॉ. श्याम चंद्रा द्वारा समाज के गरीब, असहाय एवं जरूरतमंद वर्ग के लिए पूर्णतः निःशुल्क चिकित्सा एवं सामाजिक सेवा का कार्य निरंतर किया जा रहा है। यह अस्पताल केवल उपचार का केंद्र नहीं, बल्कि मानवता और करुणा का प्रतीक बन चुका है।
बी.सी.एस. अस्पताल में मरीजों को खून, पेशाब सहित सभी आवश्यक जांचें, सभी प्रकार की दवाइयाँ, तथा डॉक्टर कंसल्टेशन शुल्क पूरी तरह निःशुल्क प्रदान किए जाते हैं, जिससे आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को इलाज के लिए कहीं और भटकना न पड़े।
महिलाओं के स्वास्थ्य हेतु एपेक्स हॉस्पिटल रायगढ़ की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. रेशमी गोयल प्रत्येक माह एक दिन निःशुल्क सेवाएं देती हैं। वहीं दंत रोग विशेषज्ञ डॉ. इमरान खान सप्ताह में एक दिन मरीजों का निःशुल्क उपचार करते हैं।
डॉ. श्याम चंद्रा द्वारा ऐसे बेसहारा लोगों, जिनका कोई सहारा नहीं है, उन्हें प्रत्येक 15–15 दिनों में राशन, कपड़े एवं आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराई जाती है। इसके साथ ही आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की बेटियों को निःशुल्क नर्सिंग शिक्षा एवं प्रशिक्षण दिया जाता है। प्रशिक्षण के दौरान छात्राएं क्लीनिक परिसर में ही निवास करती हैं, जहां रहना, खाना, कपड़ा एवं दैनिक जरूरतों की सभी व्यवस्थाएं पूर्णतः निःशुल्क रहती हैं।
इन सभी समाजसेवा कार्यों में डॉ. श्याम चंद्रा की धर्मपत्नी श्रीमती रीता (राधा) चंद्रा का अत्यंत महत्वपूर्ण योगदान रहता है। उनका सहयोग, सेवा भाव और समर्पण इस कार्य की मजबूत आधारशिला है।
इस सेवा कार्य को निर्बाध रूप से जारी रखने के लिए डॉ. श्याम चंद्रा ने व्यक्तिगत संपत्ति का भी त्याग किया है। उन्होंने रायगढ़ में KIT कॉलेज के सामने स्थित 6 डिसमिल में बने हॉस्पिटल-परपज के घर को बेचा। साथ ही ग्राम रगजा, जिला सक्ती में स्थित 3 डिसमिल का घर तथा ग्राम बोईरडीह, सक्ती में स्थित 5 डिसमिल का प्लॉट, जो उनकी पत्नी के नाम पर था, भी इस सेवा हेतु त्यागना पड़ा।
डॉ. श्याम चंद्रा का जीवन यह सिद्ध करता है कि जब उद्देश्य मानव सेवा हो, तब साधन अपने आप गौण हो जाते हैं। उनका यह कार्य समाज के लिए प्रेरणा है और सच्चे अर्थों में सेवा भावना की जीवंत मिसाल है।


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