सक्ति – नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) के कर्मचारियों ने अपनी दस सूत्रीय मांगों को लेकर जांजगीर-चाम्पा संसदीय क्षेत्र की सांसद श्रीमती कमलेश जाँगड़े को ज्ञापन सौंपा। इस अवसर पर बड़ी संख्या में एनएचएम कर्मचारी उपस्थित रहे।
ज्ञापन में कर्मचारियों ने उल्लेख किया कि वे पिछले दो दशकों से प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़ बनकर कार्य कर रहे हैं। कोविड-19 जैसी आपात परिस्थितियों में भी उन्होंने जान की परवाह किए बिना जनसेवा की, लेकिन आज तक उनकी सेवाओं का स्थायीकरण नहीं हो पाया है। कर्मचारियों ने नियमितीकरण, वेतन विसंगति दूर करने, सेवा शर्तों में सुधार, 27 प्रतिशत वेतन, भविष्य निधि और बीमा सुविधा जैसी प्रमुख मांगों को तत्काल प्रभाव से लागू करने की मांग की।
कर्मचारियों ने कहा कि सरकार बार-बार आश्वासन देती रही है लेकिन आज तक उनकी समस्याओं का ठोस समाधान नहीं हुआ। कर्मचारियों का आरोप है कि चुनावी घोषणा पत्र में किए गए वादों को भी भुला दिया गया है, जिससे उनमें गहरा असंतोष व्याप्त है।
सांसद श्रीमती कमलेश जाँगड़े ने कर्मचारियों की समस्याओं को गंभीरता से सुना और आश्वासन दिया कि वे इस विषय को केंद्र एवं राज्य सरकार के समक्ष रखेंगी। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में एनएचएम कर्मचारियों का योगदान अतुलनीय है और उनकी जायज मांगों का समाधान होना चाहिए।
एनएचएम कर्मचारी प्रतिनिधियों ने उम्मीद जताई कि सांसद के माध्यम से उनकी आवाज उच्च स्तर तक पहुंचेगी और शीघ्र ही सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे।

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