( सक्ति)– एसोसिएशन ऑफ बेसिक साइंस सेंटर, नागपुर और महानगर पालिका, नागपुर द्वारा आयोजित *27वां अपूर्व विज्ञान मेला* 11 से 15 दिसंबर 2024 तक सफलता पूर्वक संपन्न हुआ। इस आयोजन में पूरे भारत के विज्ञान प्रेमियों, संचारकों, बालकों और अभिभावकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। मेला विज्ञान को सरल और रोचक तरीके से जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था।
*मुख्य आकर्षण:*
कार्यक्रम के चौथे दिन, माननीय केंद्रीय मंत्री *नितिन गडकरी* ने मेले का दौरा किया और विज्ञान संचारकों के कार्यों का अवलोकन किया। उन्होंने बताया कि "टेक्नोलॉजी की शुरुआत बेसिक साइंस की समझ से होती है।" उन्होंने इस तरह के आयोजनों की सराहना करते हुए कहा कि ये कार्यक्रम विज्ञान के प्रति आकर्षण और जागरूकता उत्पन्न करते हैं।
गडकरी जी ने विज्ञान संचारकों को प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिह्न प्रदान कर उनके समर्पण को सम्मानित किया। उन्होंने आगामी विज्ञान मेले को और अधिक भव्य बनाने का आह्वान किया और आयोजक *सुरेश अग्रवाल* को इसके सफल नेतृत्व के लिए बधाई दी। अग्रवाल जी ने अपने संदेश में कहा, "विज्ञान को जन-जन तक पहुंचाने का यह प्रयास आप सभी विज्ञान संचारकों की मेहनत और समर्पण से ही संभव हो पाया है।"
*प्रमुख आकर्षण:*
*प्रदर्शनी में 100 से अधिक प्रयोग:*
मुख्य विज्ञान संचारक सुरेश अग्रवाल के निर्देशन में बच्चों द्वारा तैयार किए गए मॉडलों ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया।
*विज्ञान संचारकों का योगदान:*
पूरे भारत से आए विज्ञान संचारकों ने अपने-अपने राज्यों की गतिविधियों को प्रदर्शित किया और विज्ञान को सरल व रोचक तरीके से प्रस्तुत किया।
*छत्तीसगढ़ के विज्ञान संचारकों का विशेष योगदान:*
प्रकृति शिक्षण विज्ञान यात्रा दल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ से 20 से अधिक विज्ञान संचारकों ने मेले में भाग लिया। इन संचारकों ने विज्ञान के प्रति अपनी निष्ठा और समर्पण का प्रदर्शन किया। दल में शामिल प्रमुख विज्ञान संचारकों के नाम हैं:
*1. सक्ती जिला:* शैल कुमार पांडेय, *महेन्द्र कुमार चन्द्रा,* हरीश कुमार दुबे।
*2. डोंगरगढ़:* अभिषेक शुक्ला।
*3. कांकेर-बस्तर:* लखन लाल साहू, भुवनेश्वर मरकाम, अशोक जंघेल, आत्माराम साहू।
*4. अन्य:* लीना ठाकुर, सुरेखा रेखा, संदीप सेन, हेमंत उइके, कुमार मंडावी, राजेंद्र ठाकुर, ईश्वर दास नम्मू सरोज, चेतन दास सार्वा, मोनू तेता, अंजलि, कोमेश।
*विगत 27 वर्षों की परंपरा:*
अपूर्व विज्ञान मेला पिछले 27 वर्षों से प्रतिवर्ष नागपुर में आयोजित किया जाता रहा है। यह मेला न केवल विज्ञान प्रेमियों और संचारकों का मंच है, बल्कि बच्चों और अभिभावकों के लिए भी प्रेरणा स्रोत है। इस वर्ष, भारत के 12 राज्यों से सैकड़ों प्रतिभागियों ने इस आयोजन में भाग लिया।
*गडकरी जी ने आने वाले आयोजनों की योजना रखी:*
कार्यक्रम के समापन पर यह घोषणा की गई कि आगामी विज्ञान मेला भव्य रूप से *विज्ञान ऑडिटोरियम* में आयोजित किया जाएगा। इसे *सुरेश अग्रवाल* के नेतृत्व में और अधिक प्रभावशाली बनाने का संकल्प लिया गया।
यह मेला विज्ञान और प्रौद्योगिकी को सरल व सहज रूप में प्रस्तुत करने का एक बेहतरीन उदाहरण है, जिसमें पूरे भारत के विज्ञान प्रेमियों ने अपनी भागीदारी और समर्पण से इसे सफल बनाया।


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