नगर के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान अनुनय कान्वेंट स्कूल, सक्ती में विद्यार्थियों के लिए नैतिक मूल्य एवं व्यक्तित्व विकास विषय पर एक विशेष प्रेरक सत्र आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता वी. के. भगवान भाई, प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय, माउंट आबू (राजस्थान) के मुख्यालय से विशेष रूप से पधारे। वे पिछले चार दशकों से भारत और नेपाल के विभिन्न विद्यालयों, कॉलेजों एवं सामाजिक संस्थानों में नैतिक शिक्षा, जीवन-कौशल और चरित्र निर्माण के क्षेत्र में उल्लेखनीय सेवाएँ दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि शिक्षा तभी सार्थक होती है जब पढ़ाई के साथ नैतिक मूल्य भी जोड़े जाएँ, क्योंकि मूल्य ही चरित्र निर्माण की नींव होते हैं। उन्होंने बताया कि जीवन में सत्य बोलना, मीठा व्यवहार रखना, संयम अपनाना, भाईचारा स्थापित करना जैसे गुण एक विद्यार्थी को न केवल सफल बनाते हैं, बल्कि एक श्रेष्ठ नागरिक भी बनाते हैं।उन्होंने विद्यार्थियों को EQ (Emotional Quotient), IQ (Intelligence Quotient), MQ (Moral Quotient) और SQ (Strength/Spiritual Quotient) के संतुलन को विकसित करने की प्रेरणा दी। यह भी समझाया कि शिक्षा का उद्देश्य केवल केवल डॉक्टर या इंजीनियर बनाना आदि पेशेवर उपलब्धियाँ नहीं, बल्कि अच्छे इंसान का निर्माण है। उन्होंने नशे और नकारात्मक आदतों से दूर रहने, तनाव का प्रबंधन करने और सकारात्मक जीवन-शैली अपनाने पर जोर दिया। सत्र में उन्होंने ध्यान एवं योग को मानसिक शांति, आत्म-जागरूकता और आत्म-अनुशासन का प्रभावी साधन बताया . कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक सहभागिता की। स्कूल के निदेशक योगेश साहू ने कहा—
ऐसे अनुभवी शिक्षाविद का हमारे स्कूल में आना हमारे लिए सौभाग्य की बात है। आज के सत्र ने बच्चों में सकारात्मक सोच, आत्म-अनुशासन और चरित्र निर्माण के महत्व को और गहरा किया है। अनुनय कान्वेंट स्कूल भविष्य में भी ऐसे सार्थक कार्यक्रम आयोजित करता रहेगा, जिससे विद्यार्थियों के व्यक्तित्व का संतुलित और सुदृढ़ विकास हो सके।” कार्यक्रम का सफल संचालन उमानंद पटेल ने किया तथा कार्यक्रम को सफल बनाने में मधुलता सोनी सुनीता देवांगन सीमा राठौर ममता देवांगन आदि समस्त स्टाफ का योगदान रहा.


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