सक्ती जिले के शासकीय महाविद्यालय हसौद में शुक्रवार को विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों को उनके कानूनी अधिकारों एवं कर्तव्यों की विस्तृत जानकारी दी गई। कार्यक्रम में मुख्य रूप से साइबर क्राइम, मोटर व्हीकल एक्ट, बाल अधिकार, लैंगिक उत्पीड़न, बाल विवाह और महिला सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई।
शिविर में हसौद थाना प्रभारी नरेंद्र यादव ने छात्र-छात्राओं को साइबर अपराध से बचाव, ऑनलाइन धोखाधड़ी, तथा मोटर व्हीकल एक्ट के अंतर्गत ट्रैफिक नियमों के पालन की आवश्यकता के बारे में जागरूक किया। उन्होंने कहा कि युवाओं को कानून की सही जानकारी होना बेहद जरूरी है ताकि वे स्वयं सुरक्षित रहें और समाज में जागरूकता फैला सकें।
कार्यक्रम में उपस्थित पी.एल.व्ही. श्रीमती शांति कुर्रे ने छात्रों को बाल अधिकारों, घरेलू हिंसा, बाल विवाह, बाल श्रम, बाल यौन शोषण, तथा बालकों का संरक्षण अधिनियम 2012 के विभिन्न प्रावधानों की जानकारी दी। उन्होंने बच्चों के लिए संचालित हेल्पलाइन 1098, महिला हेल्पलाइन 1091 एवं नालसा हेल्पलाइन 15100 की उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए इनका अधिकतम लाभ उठाने की अपील की।
श्रीमती कुर्रे ने NALSA (राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण) की विभिन्न योजनाओं की जानकारी भी साझा की, जिनमें प्रमुख रूप से: NALSA बच्चों को विधिक सेवाएं एवं संरक्षण योजना, 2015 NALSA तस्करी और वाणिज्यिक यौन शोषण पीड़ितों को विधिक सेवाएं योजना, 2015 शामिल रहीं।
उन्होंने छात्राओं को “महिला सुरक्षा – अभिव्यक्ति” मोबाइल ऐप के बारे में भी जानकारी दी और इसे डाउनलोड कर इस्तेमाल करने की सलाह दी, ताकि किसी भी आपात स्थिति में वे त्वरित सहायता प्राप्त कर सकें।
शिविर में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं की सहभागिता रही। सभी ने कार्यक्रम को बेहद उपयोगी बताया और कानूनी जागरूकता को शिक्षा का आवश्यक हिस्सा मानते हुए भविष्य में ऐसे आयोजनों की निरंतरता की मांग की।
कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ किया गया।

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