सक्ति–राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के संविदा कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल आज 31वें दिन भी जारी रही। आज प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का जन्मदिन था, सारे हड़ताली कर्मचारी केक काटकर उनका जन्मदिन मनाये और बधाई और शुभकामनायें प्रेषित किये, एवं शासन प्रशासन से अपील किये की मोदी की गारंटी को पूरा करें। जिले के कर्मचारियों ने दो टूक कह दिया है कि जब तक उनकी दस सूत्रीय मांगों पर शासन से लिखित आदेश प्राप्त नहीं हो जाता, तब तक वे आंदोलन से पीछे नहीं हटेंगे।
कर्मचारियों का कहना है कि कई दौर की बातचीत के बावजूद अब तक ठोस समाधान नहीं निकला है। मौखिक आश्वासनों से वे संतुष्ट नहीं हैं और केवल लिखित आदेश को ही मान्य करेंगे।
शक्ति जिले के लगभग 200 से अधिक एनएचएम कर्मचारी तथा प्रदेशभर के 16,000 से ज्यादा कर्मचारी 18 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं।
कर्मचारियों का आरोप है कि सरकार की बेरुखी और अड़ियल रवैये के कारण उन्हें यह कदम उठाना पड़ा। उनका कहना है कि पिछले 20 वर्षों से वे प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़ बने हुए हैं। कोविड-19 जैसी महामारी के कठिन दौर में भी उन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर जनता की सेवा की, फिर भी आज तक उन्हें मूलभूत सुविधाओं और अधिकारों से वंचित रखा गया है।
एनएचएम कर्मचारियों की 10 प्रमुख मांगे :
1. संविलियन/स्थायीकरण
2. पब्लिक हेल्थ कैडर की स्थापना
3. ग्रेड पे का निर्धारण
4. कार्य मूल्यांकन प्रणाली में पारदर्शिता
5. लंबित 27% वेतन वृद्धि
6. नियमित भर्ती में एनएचएम कर्मचारियों के लिए आरक्षण
7. अनुकम्पा नियुक्ति
8. मेडिकल व अन्य अवकाश की सुविधा
9. स्थानांतरण नीति
10. न्यूनतम ₹10 लाख का कैशलेस चिकित्सा बीमा
हड़ताली कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों की अनदेखी जारी रही तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।

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