सक्ति – सत्ता पक्ष के युवा नेता और समुदाय के प्रमुख मुद्दों की आवाज़ उठाने वाले नगर पालिका 2025 के अध्यक्ष प्रत्याशी चिराग अग्रवाल ने फिर शक्ति शहर और निकटवर्ती क्षेत्र के निवासियों के सामने फैलते प्रशासनिक बदलावों पर चिंता व्यक्त की है. उन्होंने कहा है कि जिले के दर्जे के बाद शक्ति शहर से सम्बंधित कई कार्यक्रम और प्रशासनिक सुविधाओं को प्रशासन ने बाहर की ओर शिफ्ट कर दिया है, जिससे स्थानीय जनता को असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है.
मुख्य मुद्दे
- दूरी और पहुंच की समस्याएं: सक्ति शहर से जेठा का कलेक्ट्रेट कार्यालय लगभग 8 किलोमीटर दूर होने से ग्रामीण क्षेत्र के नागरिकों को रोज़मर्रा की यात्रा में कठिनाई हो रही है।
- प्रशासनिक फैसलों के प्रभाव: स्थानीय स्कूलों के बच्चों और परिवारों के लिए कार्यक्रमों में भागीदारी कम हो गई है, जिससे शैक्षणिक और सांस्कृतिक लाभ बाधित हो रहे हैं।
- चिराग अग्रवाल की मांग: प्रशासनिक गतिविधियाँ अब सक्ति शहर के अनुरूप पुनः व्यवस्थित होनी चाहिए, ताकि दूरस्थ होने से होने वाली असुविधाओं को कम किया जा सके।
चिराग अग्रवाल का कहना है कि शक्ति शहर में कार्यक्रम होने से स्थानीय समुदाय और स्कूल बच्चों की भागीदारी बेहतर रहती थी और यह स्थानीय पहचान के लिए अहम था।
क्या है पूरा मामला?
- गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस के मुख्य आयोजन पहले पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्टेडियम में होते थे, लेकिन अब जेठा में आयोजित किए जा रहे हैं।
- चिराग अग्रवाल ने प्रशासन से मांग की है कि जिला स्तर पर प्रशासनिक गतिविधियाँ सक्ति शहर में ही होनी चाहिए, ताकि स्थानीय जनता को असुविधाओं का सामना न करना पड़े।
चिराग अग्रवाल की अपील
- कलेक्ट्रेट-शहर केंद्र के बीच यात्रा की बेहतर सुविधा और सुरक्षा को प्राथमिकता देने की अपील की है।

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