मथुरा में हुआ वार्षिक सजल समारोह
प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी 10 नवंबर रविवार 2024 को आर सी ए महिला महाविद्यालय मथुरा के सभागार में वार्षिक सजल समारोह का आयोजन किया गया। प्रथम सत्र में दो या दो से अधिक सजल संग्रह लिखने वाले सजलकारों को सम्मानित किए जाने के तारतम्य में सजल सर्जना समिति मथुरा द्वारा बाराद्वार के सजलकार रमेश सिंघानिया को सजल भूषण सम्मान से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर उन्हें स्मृति चिन्ह और 1500/- रूपयों की सम्मान राशि भी भेंट की गई। उल्लेखनीय है कि रमेश सिंघानिया ने काव्य की नवीनतम विधा सजल के तीन संग्रह अवसर नहीं प्रतीक्षा करता, दोष नहीं कुछ दर्पण का और आदमी पत्थर हुआ की रचना की है। सिंघानिया को शाल श्रीफल भेंट कर स्व. मधूसूदन चतुर्वेदी स्मृति सम्मान भी प्रदान किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सजल विधा के प्रवर्तक अनिल गहलौत ने की। विशिष्ट अतिथि राकेश कुमार त्यागी (सहायक आयुक्त नगर निगम मथुरा-वृंदावन) राजबहादुर राज (अपर जिलाधिकारी हाथरस) श्रीमती जय वर्मा (संस्थापक काव्य मंच, नोंटिंघम यूं. के.) अनिल अग्रवाल (समाज सेवी मथुरा) रमेश चंद्र मित्तल (प्रबंधक आर सी ए महिला महाविद्यालय) रहे।
इस अवसर पर 20 सजल संग्रहों का लोकार्पण हुआ। द्वितीय सत्र जो कि अपराह्न तीन बजे प्रारंभ होकर रात्रि सात बजे तक चला में 44 कवियों ने अपनी सजलें प्रस्तुत कीं। रमेश सिंघानिया ने अपनी सजल "आपस के मतभेदों की दीवार गिराने बैठे हैं। मिल-जुल कर वे अच्छे से सरकार चलाने बैठे हैं।।" प्रस्तुत की।


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