सक्ती ज़िले की अंतरराष्ट्रीय ओडिसी नृत्यांगना विधि सेनगुप्ता रायगढ़ के सांसद महोदय श्री देवेन्द्र प्रतापसिंह और कलेक्टर महादेव के श्री कार्तिके गोयल के द्वारा सम्मानित हुई । 39वां चक्रधर समारोह में ओडिसी नृत्य की प्रस्तुति दी जिसमें पहली प्रस्तुति महिसासुर वघ एवं माँ दुर्गा के विहंगम रूप ओडिसी नृत्य के ज़रिये शानदार प्रस्तुति करण किया यह दुर्गा तांडव आदिगुरु शंकराचार्य द्वारा रचित है जिसे गुरु लक्ष्मीकांत पाटिल द्वारा संगीतबद्ध किया गया इसका राग पटदीप ताल ऋि्पटा एवं एक ताली है डॉक्टर गुरू गजेंद्र पंडा द्वारा कम्पोजिशन किया गया है। दुर्गा तांडव में माँ दुर्गा का विंहगम रूप हैं जो भक्तों के स्तुति से प्रसन्न होकर उसकी कष्टों का निवारण करती है तथा वहीं दुष्ट शक्तिशाली महिषासुर राक्षस का वध कर लोक कल्याण करती है ।
उन्होंने मानव उद्घारणा की प्रस्तुति दी जो श्री कवि सम्राट उपेन्द्र भंज द्वारा रचित है जिसका कम्पोजिसन श्री गुरू देवाप्रसाद जी ने किया है इसका ताल त्रिपटा है जिसमें श्री कृष्ण द्रौपदी के चीर हरण के समय उनकी गरिमा की रक्षा के लिए प्रकट होते हैं । अपने भावों और कुसल अंग संचालन के ज़रिए बेहतरीन प्रस्तुतीकरण किया । विधि सेन गुप्ता ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों में भारतीय कला संस्कृति नृत्य का बेमिसाल प्रस्तुति दी है विधि ने भारत के विभिन्न राज्य जैसे मध्य प्रदेश महाराष्ट्र आसाम आँध्रप्रदेश तमिलनाडु मद्रास छत्तीसगढ़ गुजरात उड़ीसा दिल्ली मुंबई में अनेको प्रस्तुति दी है तथा अंतरराष्ट्रीय मंचों की सिंगापुर और मलेशिया में भी उड़ीसी नृत्य की प्रस्तुति देकर भारतीय कला संस्कृति का परचम लहराई है विधि सेन गुप्ता ने की प्रारंभिक शिक्षा शक्ति ज़िले में हुई एवं उच्च शिक्षा गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय में हुआ । इन्होंने अपने गुरु डॉक्टर गजेंद्र कुमार पंडा से ओडिशी की शिक्षा प्राप्त कर रही हैं

0 टिप्पणियाँ