यह कि अनावेदक क्रमांक 02 भानुप्रताप चौहान के fद्वारा एक शिकायत पत्र श्रीमान् कलेक्टर महोदय सक्ती को इस बाबत् दिया गया था कि रुर्बन मिशन योजना के तहत प्राथमिक शाला भवन डोंगिया (पोरथा) में भवन निर्माण हेतु 15.80 लाख रूपये स्वीकृत की गयी है जिसे बिना निर्माण किये इंजिनियर, सचिव, सरपंच, सरपंच पति द्वारा आहरण कर गबन किया गया है जिसकी जांच हेतु श्रीमान् कलेक्टर महोदय ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत सक्ती को पत्र प्रेषित किया, जिस पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत सक्ती ने जांच टीम गठित कर वरिष्ठ करारोपण अधिकारी राजकुमार रात्रे एवं तकनिकी सहायक जनपद पंचायत हितेश्वर राज से कराई गयी।
यह कि जांच टीम ने जांच कर अपने जांच प्रतिवेदन मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत सक्ती को सौंपा जिसमें उन्होने उल्लेखित किया कि रुर्बन मिशन योजना के तहत ग्राम पंचायत पोरथा के आश्रित ग्राम डोंगिया के प्राथमिक शाला भवन निर्माण हेतु कार्य स्वीकृत ही नहीं हुआ है और न ही प्राथमिक शाला भवन निर्माण हेतु कोई राशि ग्राम पंचायत पोस्था को प्राप्त हुई है, जांच प्रतिवेदन में यह भी उल्लेखित किया गया है कि जांच में यह भी पाया गया कि ग्राम पंचायत पोरथा के सरपंच, सचिव के द्वारा डोंगिया के प्राथमिक शाला भवन निर्माण हेतु किसी भी प्रकार का आहरण नही किया गया है।
यह कि अनावेदक क्रमांक 04 से 09 ने मिलकर, ग्राम पंचायत पोरथा की सरपंच आवेदिका श्रीमती मधु राठौर को अपमानित करने, उसकी मान प्रतिष्ठा, इज्जत, को ठेंस पहुंचाने, मानहानि करने के उद्देशय से षड़यंत्र पूर्वक झुठी जानकारी अनावेदक क्रमांक 01 से 03 को दी जिसकी सत्यता की जांच किये बिना उक्त तीनों अनावेदक क्रमांक 01 से 03 ने आंखमूंदकर उसे अपने समाचार पत्र में दिनांक 26/07/2024 को, कुछ पेपर में प्रसारित किया गया दिनांक 26/03/2023 को भी एक पेपर मेंप्रकाशित कर प्रसारित, वितरित कर दिया और अपने समाचार पत्र में आवेदिका के विरूद्ध दोषी और अपराधी शब्दो का इस्तेमाल किया गया।
यह कि उक्त तीनों समाचार पत्रों में असत्य, अपमानजनक समाचार के प्रकाशन की अपने मोबाईल में फोटो खींच कर अनावेदक क्रमांक 04 से 09 ने उसे अधिकाधिक लोगों के मोबाईल में व्हाट्सअप, फेस बुक आदि के माध्यम से प्रेषित कर वायरल किया गया जिससे अधिक से अधिक लोग उसे पढ़े और पढ़कर आवेदिका को गलत समझें, आवेदिका की मानहानि हो और उसकी मान प्रतिष्ठा इज्जत(6) यह कि अनावेदकगण के कृत्य से आवेदिका का जो गाँव एवं समाज में मान सम्मान, इज्जत, प्रतिष्ठा थी वह समाप्त हो गयी है और गाँव एवं समाज में लोग उसे घृणा के भाव से देख रहे है, उसका गाँव एवं समाज में बाहर निकलना मुश्किल हो गया है।
यह कि अनावेदकगण ने असत्य, अपमानजनक लेख/समाचार को प्रकाशित कर, उसका प्रसार, प्रसार कर आवेदिका के मान सम्मान की हानि करने का अपराध किया है जिसकी रिर्पोट कर आवेदिका अनावेदकगण पर आपराधिक कानूनी कार्यवाही करने का निवेदन करती है।
अस्तु माननीय महोदय से निवेदन है कि अनावेदकगण पर कड़ी से कड़ी कानूनी कार्यवाही करने की मांग

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