आज दिनांक 02.09.2025 को ग्राम पतेरापाली में आयोजित राज्य स्तर से आए निरीक्षण दल द्वारा कार्यक्रम में ड्रोन तकनीक के माध्यम से नैनो यूरिया का छिड़काव प्रदर्शन का अवलोकन किया गया व इस अवसर पर राज्य स्तर से श्री चिरंजीवी सरकार उप संचालक कृषि, श्री रितेश मोटघरे, सहायक संचालक कृषि एवं श्री मनोज चौहान, संयुक्त संचालक कृषि, बिलासपुर, संभाग बिलासपुर, श्री अशोक कुमार सिंह बनाफर, सहायक संचालक कृषि, जिला से श्री तरुण कुमार प्रधान, उप संचालक कृषि, श्री कृतराज, अनुविभागीय कृषि अधिकारी सक्ती तथा जनपद पंचायत सदस्य श्रीमती हृदयेश्वरी जगत एवं ग्रामीण जनों की उपस्थिती में किसानों को नैनो यूरिया को बढ़ावा देने व यूरिया के संतुलित उपयोग को बढ़ावा देने के लिए उपस्थित कृषकों को समझाइश देकर संतुलित उर्वरक उपयोग के लाभ के बारे में विस्तार से बताया गया।
*नैनो यूरिया के लाभ*
- *कम लागत*: नैनो यूरिया के उपयोग से लागत में कमी आती है, क्योंकि यह पारंपरिक यूरिया की तुलना में अधिक प्रभावी होता है।
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- *मिट्टी की उर्वरता में वृद्धि*: नैनो यूरिया के उपयोग से मिट्टी की उर्वरता में वृद्धि होती है, जिससे फसलों की उत्पादकता बढ़ती है।
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- *पर्यावरणीय लाभ*: नैनो यूरिया का उपयोग पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद है, क्योंकि यह मिट्टी और जल में हानिकारक रसायनों के उपयोग को कम करता है।
*ड्रोन तकनीक के लाभ*
- *कम समय*: ड्रोन तकनीक के माध्यम से नैनो यूरिया का छिड़काव कम समय में किया जा सकता है, जिससे किसानों का समय बचता है।
- *विस्तृत क्षेत्र में छिड़काव*: ड्रोन तकनीक के माध्यम से विस्तृत क्षेत्र में नैनो यूरिया का छिड़काव किया जा सकता है, जिससे फसलों की उत्पादकता बढ़ती है।
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